tag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post1001075772040292717..comments2024-01-30T17:48:49.479+05:30Comments on वाटिका: वाटिका – अक्तूबर, 12सुभाष नीरवhttp://www.blogger.com/profile/03126575478140833321noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-59223104904808219062012-10-14T14:41:34.329+05:302012-10-14T14:41:34.329+05:30अंजु शर्मा की कविताओं में लोक धड़कता है | स्त्री व...अंजु शर्मा की कविताओं में लोक धड़कता है | स्त्री विषयक तत्वों में लोक का समाहित हो जाना कविता में नई प्राण फूँकता है | बधाई |Sushil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/09252023096933113190noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-42677426682359342622012-10-08T00:07:57.608+05:302012-10-08T00:07:57.608+05:30It was immense pleasure to know about you! Wonderf...It was immense pleasure to know about you! Wonderful!Rahul Paliwalhttps://www.blogger.com/profile/10172932105201007746noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-9651101960363156842012-10-05T11:14:19.893+05:302012-10-05T11:14:19.893+05:30सभी कविताएँ बेहद प्रभावशाली हैं , "मेरी माँ &...सभी कविताएँ बेहद प्रभावशाली हैं , "मेरी माँ " कविता ने ह्रदय को खींच लिया पूरी तरह ...<br />अंजू जी आप यूं ही अपनी लेखनी से समाज को नित नए उपमान देती रहें इस शुभेक्षा के साथ ...<br /><br /><br />सादर induravisinghjhttp://www.hridyanubhuti.wordpress.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-76184693646427258012012-10-05T10:53:22.380+05:302012-10-05T10:53:22.380+05:30नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए
अधूरा होना क्य...नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए<br />अधूरा होना क्या पहली शर्त होती है?<br /><br /> सभी रचनाएं बहुत उम्दा है<br />बहुत गहरायी से औरत के दर्द को महसूस किया अपने । <br />नादिर खान https://www.blogger.com/profile/02357024049446530444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-10312971102002341602012-10-05T10:50:36.420+05:302012-10-05T10:50:36.420+05:30नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए
अधूरा होना क्य...नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए<br />अधूरा होना क्या पहली शर्त होती है?<br /><br />बहुत गहरायी है आपकी रचनाओं में<br />सभी रचनाएं कबीले तारीफ है <br />एक नारी की पीड़ा को अपने दिल से महसूस किया है ।पढ़ कर बहुत अच्छा लगा ।<br /> नादिर खान https://www.blogger.com/profile/02357024049446530444noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-31203191986120000582012-10-05T09:39:31.304+05:302012-10-05T09:39:31.304+05:30सभी कवितायेँ शानदार हैं ...फेसबुक पर इन कविताओं को...सभी कवितायेँ शानदार हैं ...फेसबुक पर इन कविताओं को पढ़ा है एक साथ सभी को पढ़ना सुखद तो लगा साथ ही इन कविताओं से जन्मे सवाल ने कुछ पल को स्थिर सा कर दिया !Sonroopa Vishalhttps://www.blogger.com/profile/13054319903540240654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-4449833721978512282012-10-04T16:15:34.931+05:302012-10-04T16:15:34.931+05:30bahut hi asardar aadhunik yug kee asliyat ko ujaag...bahut hi asardar aadhunik yug kee asliyat ko ujaagar karti kavitayendevendra gautamhttps://www.blogger.com/profile/09034065399383315729noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-56438986378305897402012-10-04T10:47:48.892+05:302012-10-04T10:47:48.892+05:30अंजु जी के ब्लॉग पर इनकी रचनाएँ पढ़ती रही हूँ .......अंजु जी के ब्लॉग पर इनकी रचनाएँ पढ़ती रही हूँ .... स्त्री विमर्श पर इनकी रचनाएँ बहुत सशक्त हैं ... समसामयिक विषयों पर बहुत बारीकी से लिखती हैं ... एक स्त्री आज जाग गयी है .... कितने ही आयाम दिखा दिये हैं जागने के .... जंगल में खास नारियों का ज़िक्र बहुत सुंदर बन पड़ा है ... तीन सिरों वाली औरत .... हर औरत की शायद सोच की दिशा एक सी ही होती है .... <br /><br />बहुत सुंदर रचनाओं का चयन किया है .... आभार इन सब रचनाओं को यहाँ पढ़वाने का । संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-38320661505968959982012-10-04T00:26:56.731+05:302012-10-04T00:26:56.731+05:30हर कविता बेजोड़ ..
हर कविता बेजोड़ ..<br />Vandana KL Groverhttps://www.blogger.com/profile/05251917179287033169noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-3703852796690390022012-10-03T20:36:25.368+05:302012-10-03T20:36:25.368+05:30सभी कविताएं अपने आप मे विशिष्ट हैं।
आदरणीया अंजू...सभी कविताएं अपने आप मे विशिष्ट हैं। <br /><br />आदरणीया अंजू जी को हार्दिक बधाई एवं संपादक मण्डल को उनकी कविताओं के चुनाव के लिये साधुवाद!<br /><br />सादर Yashwant R. B. Mathurhttps://www.blogger.com/profile/06997216769306922306noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-51894865101407211922012-10-03T19:31:39.149+05:302012-10-03T19:31:39.149+05:30बधाई एंव स्नेहाशीष lovely poetess .बस यूँही अपने ख...बधाई एंव स्नेहाशीष lovely poetess .बस यूँही अपने खूबसूरत भावों को शब्दों का जामा पहना कर संजोती रहो !!! <br />sucheta sharma MumbaiAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-34512440757088946402012-10-03T19:30:12.703+05:302012-10-03T19:30:12.703+05:30बधाई एंव स्नेहाशीष lovely poetess .बस यूँही अपने ख...बधाई एंव स्नेहाशीष lovely poetess .बस यूँही अपने खूबसूरत भावों को शब्दों का जामा पहना कर संजोती रहो !!! <br />sucheta sharma Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-67854415709127458532012-10-03T11:20:47.993+05:302012-10-03T11:20:47.993+05:30अंजू शर्मा की कविताएं इस दौर की स्त्री का जीवंत अक...अंजू शर्मा की कविताएं इस दौर की स्त्री का जीवंत अक्स होने के साथ समाज और जिंद़गी के अहम मसलों की भी हमसफ़र हैं। सम्वेदना,ताज़गी और सार्थक नज़रिए से भरपूर इन कविताओं के लिए कवयित्री को बधाई और शुभकामकामनाएं! <br /><br />डॉ.नसीम निकहत का एक शेर याद आ रहा है-<br /><br />जिस घर पे मेरे नाम की तख़्ती भी नहीं है<br />इक उम्र उसी घर को सजाने में गुज़र जाएदेवमणि पांडेय Devmani Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/09583435334580761206noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-27524496202605278492012-10-03T09:31:25.077+05:302012-10-03T09:31:25.077+05:30अंजु शर्मा की कई कवितायें भारतीय नारी के विभिन्न र...अंजु शर्मा की कई कवितायें भारतीय नारी के विभिन्न रूपों की सूक्ष्म पड़ताल प्रस्तुत कर रही हैं जो कई जगह अत्यंत हृदयस्पर्शी और मार्मिक हो गईं हैं॰...कहीं से कोई अंश उद्धृत कर पाना कठिन हो गया है क्योंकि बार-बार जीवन के विभिन्न पहलुओं की महत्वपूर्ण अभिव्यक्ति सामने आती है...प्रत्येक कविता एक से बढ़कर एक है॰ अंजु जी को बहुत-बहुत साधुवाद और शुभकामनाएँ...तथा सुभाव जी का, इतनी अच्छी कविताए उपलब्ध कराने के लिए आभार॰ओमप्रकाश यतीhttps://www.blogger.com/profile/03097758271779661463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-14706583523941778002012-10-03T00:34:17.453+05:302012-10-03T00:34:17.453+05:30ANJU SHARMA JI KEE ADHIKAANSH
KAVITAAYEN MAN KO C...ANJU SHARMA JI KEE ADHIKAANSH <br />KAVITAAYEN MAN KO CHHOOTEE HAI .<br />UNSE AUR UNKEE KAVITAAON SE PARICHAY<br />KARWAANE KE LIYE SUBHASH JI KAA<br />SHUKRIYA .<br />PRAN SHARMAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-22281474658092496292012-10-02T22:49:29.269+05:302012-10-02T22:49:29.269+05:30अंजु शर्मा जी की सभी कविताएँ प्रभावशाली हैं । नीरव...अंजु शर्मा जी की सभी कविताएँ प्रभावशाली हैं । नीरव जी का चाय्न तो होता ही है लाजवाब ।सहज साहित्यhttps://www.blogger.com/profile/09750848593343499254noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-35777120782619260062012-10-02T15:28:21.132+05:302012-10-02T15:28:21.132+05:30अंजू जी की कवितायें तो होती ही बहुत बढिया हैं ………स...अंजू जी की कवितायें तो होती ही बहुत बढिया हैं ………सभी धारदार और चुनिंदा कवितायें दिल को छू गयीं । लेखन और स्वभाव दोनो ही शानदार हैं।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-51447148303540449782012-10-02T12:29:57.374+05:302012-10-02T12:29:57.374+05:30यार सुभाष, इस बार की वाटिका ने इतना मोह लिया है कि...यार सुभाष, इस बार की वाटिका ने इतना मोह लिया है कि कवितायेँ भेजने से खुद को रोक नहीं पा रहा हूँ. <br /><br />जल्दी ही तुम्हें अपने संपादन की धार तेज करनी पड़ेगी. संपादन का हमेशा सम्मान है.<br /><br />अशोक गुप्ता <br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-90640908607596237782012-10-02T08:40:43.153+05:302012-10-02T08:40:43.153+05:30ANJU MAM AUR SUBHAS JI ITNI PYARI NAMO SE RUBRU KA...ANJU MAM AUR SUBHAS JI ITNI PYARI NAMO SE RUBRU KARANE KE LIYE BAHUT BAHUT SHUKRIYA...Sudheer Maurya 'Sudheer'https://www.blogger.com/profile/04550458634040829310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-79662995730265318672012-10-02T05:55:09.498+05:302012-10-02T05:55:09.498+05:30कभी-कभी मैं सोचती हूँ
'नेक' बनने की कीमत च...कभी-कभी मैं सोचती हूँ<br />'नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए<br />अधूरा होना क्या पहली शर्त होती है?<br /><br />यह रचना तो बस अद्भुत है.. इसकी तारीफ़ के लिए शब्द कम पड़ जायेंगे... एक एक शब्द एक एक भाव जैसे अपने आसपास देखा हुआ जाना पहचाना सा लगता है... लेखिका ने कितनी गहराई से महसूस किया है माँ के जीवन के एक एक उतार चढ़ाव को .. <br /><br />घूंघट से कलम तक के सफ़र पर निकली <br />चरित्र के सर्टिफिकेट को नकारती <br /><br />पढ़ कर बस एक ही शब्द निकलता है हृदय से वाह ! भाषा का प्रवाह, मुद्दों पर, विचारों पर गहरी पकड़ अंजु जी की लेखनी को बेहद सशक्त बनाती हैं. सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक हैं, एक बार पढ़ना शुरू किया तो अंत तक पहुंचे बिना रुक पाना संभव ही नहीं है...<br /> <br />आदरणीय सुभाष जी विशिष्ट रूप से धन्यवाद के पात्र हैं... इतनी सुंदर रचनाएँ हम सब तक पहुँचाने के लिए <br />सादर<br />मंजु <br />Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1702705983988931875.post-66155443740934673142012-10-02T05:55:07.531+05:302012-10-02T05:55:07.531+05:30कभी-कभी मैं सोचती हूँ
'नेक' बनने की कीमत च...कभी-कभी मैं सोचती हूँ<br />'नेक' बनने की कीमत चुकाने के लिए<br />अधूरा होना क्या पहली शर्त होती है?<br /><br />यह रचना तो बस अद्भुत है.. इसकी तारीफ़ के लिए शब्द कम पड़ जायेंगे... एक एक शब्द एक एक भाव जैसे अपने आसपास देखा हुआ जाना पहचाना सा लगता है... लेखिका ने कितनी गहराई से महसूस किया है माँ के जीवन के एक एक उतार चढ़ाव को .. <br /><br />घूंघट से कलम तक के सफ़र पर निकली <br />चरित्र के सर्टिफिकेट को नकारती <br /><br />पढ़ कर बस एक ही शब्द निकलता है हृदय से वाह ! भाषा का प्रवाह, मुद्दों पर, विचारों पर गहरी पकड़ अंजु जी की लेखनी को बेहद सशक्त बनाती हैं. सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक हैं, एक बार पढ़ना शुरू किया तो अंत तक पहुंचे बिना रुक पाना संभव ही नहीं है...<br /> <br />आदरणीय सुभाष जी विशिष्ट रूप से धन्यवाद के पात्र हैं... इतनी सुंदर रचनाएँ हम सब तक पहुँचाने के लिए <br />सादर<br />मंजु <br />Anonymousnoreply@blogger.com